THE BASIC PRINCIPLES OF मिलावट का ज़माना है????

The Basic Principles Of मिलावट का ज़माना है????

The Basic Principles Of मिलावट का ज़माना है????

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यह सामग्री क्रियेटिव कॉमन्स ऍट्रीब्यूशन/शेयर-अलाइक लाइसेंस के तहत उपलब्ध है;

स्त्रोत: कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग, भारत सरकार

खाद्य मिलावट के जहर से स्वास्थ्य पर कहर

दूसरे परियोजनाओं में विकिमीडिया कॉमन्स

नमूने को एक गिलास पानी में मिलायें, चॉक पाउडर तल में एकत्रित हो जाएगा।

पहले मिठाई को अच्छे से देखकर, दूसरा सूंघकर और तीसरा उसे खाकर उसका पता get more info लगा सकते हैं. कि इसमें मिलावट है या नहीं.

दूध अगर खरीदना है तो उसे पहले हीलाकर देखें अगर उसमें झाग आ रहे हैं तो ऐसे दूध को भी ना खरीदें. पनीर है उसमें भी टिंचर आयोडीन की एक-दो बूंद डालकर देखें, अगर उसका कलर भी बैंगनी हो जाता है तो उसे भी ना खरीदें उसमें भी मिलावट हो सकती है.

यह टेस्ट शहद में मौजूद पॉलेन की मात्रा की गणना करता है जो शहद की बोटैनिकल उत्पत्ति की प्रेडिक्शन करने में मदद कर सकता है

पांच से दस मिलीलीटर दूध में इतना ही पानी मिलाकर जांच लें कि दूध में डिटर्जेंट मिला हुआ है या नहीं.

यह केमिकल काफी ज्यादा नुकसानदायक होते हैं. मिलावट की वजह से हल्दी की न केवल गुणवत्ता प्रभावित होती है बल्कि इससे स्वाद पर भी असर पड़ता है. हल्दी की मिलावट को बहुत ही आसानी से घर बैठे पहचाना जा सकता है. हथेली पर लेकर ऐसे करें पहचान

शुद्ध घी में मिलावट हेतु क्या मिश्रित करते

विस्तार से जानकारी हेतु देखें उपयोग की शर्तें

सय्यद सरोश आसिफ़ ये हिजरतों का ज़माना भी क्या ज़माना है

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